स्वामित्व के आधार पर भूमि को दो भागों में बाँटा गया है-
(1) निजी भूमि- निजी भूमि पर व्यक्तियों का स्वामित्व होता है जिसे वे निजी हित हेतु उपयोग में लेते हैं।
(2) सामुदायिक भूमि- सामुदायिक भूमि पर समुदाय का स्वामित्व होता है। इसका उपयोग समुदाय से सम्बन्धित व्यक्तियों के लिए किया जाता है, जैसे- चारा, फलों, नट या औषधीय बूटियों को एकत्र करना। इस सामुदायिक भूमि को साझा संपत्ति संसाधन भी कहते हैं।