(अ) (i) 6-15 दिनों के दौरान पुटकीय प्रावस्था आती है। इस समय गर्भाशय का एन्डोमिट्रियम स्तर प्रचुरोद्भवन द्वारा पुनः निर्मित होता है।
(ii) 16-25 दिनों के दौरान गर्भाशय अन्तःस्तर (Endometrium) पीत पिंड द्वारा स्रावित प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन द्वारा बनाये रखा जाता है। यह अन्तर्रोपण व संगर्भता के लिए आवश्यक है।
(iii) 26-28 दिनों के दौरान यदि अण्डाणु का निषेचन नहीं होता है तो पीत पिंड के ह्रास के कारण गर्भाशय अन्तः स्तर का विखण्डन होता है तथा माहवारी होती है।