विधुत द्विध्रुव के कारण विषुवतीय तल पर स्थित किसी बिन्दु पर विधुत क्षेत्र का सूत्र व्युत्पन्न कीजिए। आवश्यक चित्र बनाइए।
(माध्य. शिक्षा बोर्ड, 2024)
Download our app for free and get started
स्वप्रयत्न
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
विधुत क्षेत्र की तीव्रता से क्या अभिप्राय है? इसका मात्रक एवं विमीय सूत्र लिखिए। बिन्दुवत् आवेश के कारण किसी बिन्दु पर विधुत क्षेत्र की तीव्रता का व्यंजक ज्ञात कीजिए। विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E और दूरी r के मध्य आलेख खींचिए।
विधुत द्विध्रुव तथा द्विध्रुव आघूर्ण को परिभाषित करते हुए द्विध्रुव की निरक्ष (विषुवतीय तल) पर स्थित किसी बिन्दु पर क्षेत्र की तीव्रता के लिए आवश्यक सूत्र ज्ञात कीजिए।
सिद्ध कीजिए कि अनन्त विस्तार की आवेशित परत के कारण उसके निकट किसी बिन्दु पर विधुत क्षेत्र का मान पृष्ठ के क्षेत्रफल तथा परत से दूरी पर निर्भर नहीं करता है। अर्थात् परत के निकट बिन्दुओं पर विधुत क्षेत्र एकसमान रहता है।###गाउस का नियम लिखिए। इस नियम के अनुप्रयोग से एकसमान आवेशित अनन्त समतल चादर के कारण चादर के समीप स्थित किसी बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र का मान ज्ञात कीजिए। ###गाउस नियम का उपयोग करके यह दर्शाइए कि किसी एकसमान आवेशित अनन्त समतल चादर के कारण किसी बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र$\overrightarrow{ E }=\frac{\sigma}{2 \epsilon_0} \hat{ n }$में से व्यक्त होता है। यहाँ प्रतीकों के अपने सामान्य अर्थ हैं।
स्थिर-विधुतकी में गाउस का नियम लिखिए। उपयुक्त उदाहरण की सहायता से चित्र सहित यह दर्शाइए कि निर्वात में किसी बन्द पृष्ठ में बिन्दु आवेश 'q' के कारण बहिर्मुखी फ्लक्स पृष्ठ के आकार और आकृति पर निर्भर नहीं करता और इसका परिमाण q/६० होता है।
विधुत फ्लक्स की परिभाषा लिखिए। गाउस के नियम द्वारा किसी एक समान रूप से आवेशित अनन्त विस्तार के सीधे तार - के कारण किसी बिन्दु पर विधुत क्षेत्र की तीव्रता का व्यंजक प्राप्त कीजिए। आवश्यक चित्र बनाइए।
किसी बिन्दु पर स्थिर$-$वैद्युत की परिभाषा लिखिए। इसका $S.I.$ मात्रक भी लिखिए।
चित्र में दर्शाए अनुसार तीन बिन्दु आवेशों $q _1, q _2$ और $q_3$ क्रमशः बिन्दु $A, B$ और $C$ पर रखे हैं। इस निकाय की स्थिर$-$वैद्युत स्थितिज ऊर्जा के लिए व्यंजक व्युत्पन्न कीजिए।
त्रिज्या R के पतले गोलीय खोल का एकसमान पृष्ठीय आवेश घनत्व $\sigma$ है। इसके कारण निम्नलिखित परिस्थितियों में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का परिकलन कीजिए- (i) खोल के बाहर विद्युत क्षेत्र (ii) खोल के भीतर विद्युत क्षेत्र।
कूलॉम बल (F) का (r) के साथ विचरण का ग्राफ खींचिये। जहाँ r प्रत्येक आवेश युग्म (1µC, 2C) तथा (2µC, -3µC) के दोनों आवेशों के बीच की दूरी है। प्राप्त ग्राफ की विवेचना कीजिए।