यदि दिये गये परिपथ आरेख में $9 \Omega$ प्रतिरोध में व्यय शक्ति $36$ वाट है, तो $2 \Omega$ प्रतिरोध के सिरों के बीच विभवान्तर होगाः
[2011]
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हम जानते हैं
$ P =\frac{ V ^2}{ R }$
$\Rightarrow 36=\frac{ V ^2}{9}$
$\Rightarrow V =18 V $
$9 \Omega$ प्रतिरोध में प्रवाहित धारा है
$ i_1=\frac{ V }{ R }=\frac{18}{9}=2 A $
$9 \Omega$ एवं $6 \Omega$ प्रतिरोध समांतर श्रेणी में हैं, अतः
$ i_1=\frac{6}{9+6} \times i $
जहाँ $i$ बैटरी द्वारा दी जाने वाली धारा है।
$ \therefore i =\frac{2 \times 15}{6}=5 A $
अतः $2 \Omega$ प्रतिरोध में विभवान्तर है
$ V = R$
$ =5 \times 2=10 V $
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किसी विभवमापी के परिपथ को चित्र में दिखाये गये अनुसार व्यवस्थिति किया गया है। इस विभवमापी के तार पर विभवपात (प्रवणता) $k$ वोल्ट प्रति सेन्टीमीटर है, और जब द्विमार्गी कुंजी नहीं लगी है (आंफ है) तब, परिपथ में जुड़े एमीटर की माप $1.0 A$ है। जब कुंजी (i) 1 और 2 के बीच लगी होती है तो, संतुलन बिन्दु $l_1 cm$ पर, (ii) और जब कुंजी 1 और 3 के बीच लगी होती है तो, संतुलन बिन्दु $l_2 cm$ पर प्राप्त होता है। तो, $R$ और $X$ प्रतिरोधकों का ओम में प्रतिरोध क्रमशः होगा
दो सैल जिनके वि.वा.ब. $4 V$ तथा $8 V$ एवं आंतरिक प्रतिरोध $1 \Omega$ तथा $2 \Omega$ है एक $9 \Omega$ के बाहय प्रतिरोध से जुड़े है जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। बिन्दु $P$ तथा $Q$ के बीच विभवान्तर तथा धारा का मान होगा:
नगण्य प्रतिरोध का एक ताप-विद्युत युग्म, ताप के रेखीय परिसर में $40 \mu V /{ }^{\circ} C$ विद्युत वाहक बल (ई.एम.एफ) उत्पन्न करता है। इस ताप विद्युत युग्म के साथ 10 ओम प्रतिरोध का एक गैल्वेनोमीटर लगाया गया है, जिसकी सुग्राहिता $1 \mu A / div$ भाग है, तो इस निकाय (तंत्र) द्वारा संसूचित की जा सकने वाले न्यूनतम तापान्तर का मान होगा:
एक इलैक्ट्रिक केतली में दो कुंडली है। एक कुंडली काम करे तो पानी उबलने में 10 मिनट तथा दूसरी कुंडली काम करे तो पानी उबलने में 40 मिनट लगते है। अगर दोनों कुंडली समांतर क्रम में जोड़े तो पानी उबलने में लगा समय है:
दर्शाये गये परिपथ में दो सेलों $A$ तथा $B$ का प्रतिरोध नगण्य है, जब $V_A=12 V , R_1=500 \Omega$ तथा $R=100 \Omega$ है तो, गैल्वेनोमीटर $(G)$ में कोई विक्षेप नहीं होता है। $V_B$ का मान है :
निम्नांकित में से कौन से आबंध से ऐसे ठोस का निर्माण होता है जो दृश्य क्षेत्र में प्रकाश को परावर्तित करता है, और जिसकी वैद्युत चालकता ताप के साथ कम होती है तथा जिसका उच्च गलनांक होता है?