एक दिये गये प्रकाश सुग्राही पदार्थ तथा नियत आवृत्ति के आपतित विकिरण के एक स्रोत के लिए प्रकाश-विद्युत धारा आपतित प्रकाश की तीव्रता के साथ किस प्रकार विघटित होती है?
किसी धातु की कार्यफलन ऊर्जा $6.63 \times 10^{-19} J$ है। उसके लिए देहली आवृति का मान ज्ञात कीजिए ? प्रकाष विद्युत प्रभाव की व्याख्या प्रकाष के तरंग सिद्धान्त के आधार पर क्यों नहीं की जा सकती है ? कोई दो कारण लिखिए
$6 \times 10^{14} Hz$ आवृति का एकवर्णी प्रकाष स्त्रोत प्रति सेकण्ड $2 \times 10^{-3}$ जूल ऊर्जा ऊत्सर्जित करता है। स्त्रोत द्वारा प्रति सेकण्ड ऊत्सर्जित फोटोनों की संख्या ज्ञात कीजिए।
सीजियम धातु की कार्यफलन ऊर्जा 2.12 eV है। $7 \times 10^{14} Hz$ आवृति का प्रकाष धातु पृष्ठ पर आपतित होने पर इलेक्ट्रॉनों का उत्सर्जन होते है। उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों के लिए-(i)अधिकतम गतिज ऊर्जा (ii)अधिकतम चाल ज्ञात कीजिए।
दे-ब्रोगली परिकल्पना लिखिए |कोई इलेक्ट्रान विरामावस्था से विभव वोल्ट द्वारा त्वरित किया जाता है तो इलेक्ट्रान की दे-ब्रोगली तरंगदैर्ध्य का सूत्र प्राप्त कीजिए।
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