दो कला सम्बद्ध स्रोत जिनकी आवृत्ति का अनुपात $100: 1$ है, को व्यतिकरण फ्रिंजें उत्पन्न करने के लिये उपयोग किया जाता है। फ्रिंजों में अधिकतम व न्यूनतम तीव्रता का अनुपात-
यंग के द्विस्लिट प्रयोग में दो स्लिटों $S _1$ व $S _2$ के बीच की दूरी 1 मिमी. है। प्रत्येक स्लिट की चौड़ाई कितनी हो कि द्विस्लिट का 10 वाँ उच्चिष्ठ स्लिट के केन्द्रीय उच्चिष्ठ पर प्राप्त हो?
यंग के द्विरेखा-छिद्र प्रयोग में तरंगदैर्घ्य 6000$\overset{\circ}{A}$ है, पर्दा रेखा-छिद्रों से 40 सेमी. की दूरी पर है तथा फ्रिंजों की परस्पर दूरी 0.012 सेमी. है। रेखा छिद्रों के बीच अन्तराल है-
I तथा 4 I तीव्रताओं की दो प्रकाश-तरंगें व्यतिकरण द्वारा पर्दे पर फ्रिंजें बनाती हैं। पर्दे के बिन्दु A पर तरंगों के बीच कलान्तर $\frac{\pi}{2}$ तथा बिन्दु B पर $\pi$ है। तब A तथा B पर परिणामी तीव्रताओं के बीच अन्तर है-
यह प्रकाश स्रोत से उत्सर्जित दो प्रकाश तरंगों द्वारा P बिन्दु पर विस्थापन क्रमशः $Y _1=5 \sin \omega t$ तथा $Y _2=3 \cos \omega t$ है, तो दोनों तरंगें होंगी-
यंग के द्विक रेखा छिद्र प्रयोग में एक स्थिर बिन्दु पर जहाँ पथान्तर $=\frac{\lambda}{6}(\lambda=$ प्रयुक्त प्रकाश की तरंगदैर्घ्य) है, तीव्रता I है। यदि $I _0$ अधिकतम तीव्रता हो तो $\frac{ I }{ I _0}$ बराबर है-
वायु में संचरित एक प्रकाश किरण की तरंगदैर्घ्य $\lambda$, आवृत्ति $v$, वेग v तथा तीव्रता I है । यदि यह किरण जल में प्रवेश कर जाती है, तो इन राशियों के मान क्रमशः $\lambda^{\prime}, v^{\prime}, v^{\prime}$ तथा $I ^{\prime}$ हो जाते हैं। निम्नलिखित में से कौनसा सम्बन्ध सही है-
यंग के द्वि-स्लिट प्रयोग में सोडियम प्रकाश के स्थान पर लाल रंग का प्रकाश प्रयोग में लाने पर फ्रिज चौड़ाई पहले ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ फिर ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ ।
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