डाइफिनाइल मिथेन ( $- CH _2 \longrightarrow$ का अणु सूत्र $C _{13} H _{12}$ है। यदि एक $H$-परमाणु को क्लोरीन परमाणु द्वारा विस्थापित कर दिया जाये तो इनके संभावित संरचनात्मक समावयवों की संख्या कितनी होती है?
एक अकार्बनिक यौगिक जिसमें $C , H$ और $N$ हैं, का विश्लेषण से निम्नलिखित ऑकड़े देता है:
$C =40 \% ; H =13.33 \% ; N =46.67 \%$ इसका मूलानुपाती सूत्र हो सकता है:
क्लोरोबेंजीन से क्लोरीन का प्रतिस्थापन फिनाल प्रदान करता है जिसके लिए एक कठिन परिस्थिति की आवश्यकता होती है किन्तु 2,4 -डाइनाइट्रोक्लोरोबेंजीन आसानी से क्लोरीन को प्रतिस्थापित कर देता है, क्योंकि
निम्नलिखित में से कौन सी विधि बेंजोइक अम्ल, आइसो एमाइल अल्कोहल, साइक्लो हेक्सेन तथा साइक्लो हेक्सनॉन के मिश्रण से साइक्लोहेक्सेनोन के परिष्करण के लिए सबसे उपयुक्त है?
जब कार्बन की संकरण अवस्था $sp ^3$ से $sp ^2$ में तथा अंततः $sp$ परिवर्तित होती है तो संकरित आर्बिटल के आंबध कोण में निम्नलिखित में से क्या परिवर्तन होता है?
एक सरल हाइड्रोकार्बन श्रृंखला का अणुसूत्र $C _8 H _{10}$ है। श्रृंखला में एक किनारे से दूसरे किनारे के कार्बन परमाणुओं के संकरण क्रमश : $sp ^3, sp ^2, sp ^2, sp ^3, sp ^2, sp ^2 sp$ तथा $sp$ है। हाइड्रोकार्बन का संरचनात्मक सूत्र होना चाहिए।
चक्रीय हाइड्रोकार्बन $A$ के सभी कार्बन तथा हाइड्रोजन परमाणु एक ही समतल में होते है। सभी कार्बन-कार्बन आबंध समान लम्बाई के तथा $1.54 \mathring A$ से कम परन्तु $1.34 \mathring A$ से ज्यादा होते हैं। $C - C - C$ का आंबध कोण निम्नलिखित में से क्या होगा?
बेन्जीन का नाइट्रीकरण सांद्र $H _2 SO _4$ एवं $HNO _3$ की उपस्थिति में हो रहा है। यदि इस मिश्रण में ज्यादा मात्रा में $KHSO _4$ डालते हैं तो नाइट्रीकरण का वेग होगा :
सांद्र $HNO _3$ और सांद्र $H _2 SO _4$ के मिश्रण का उपयोग करते हुए बेन्जीन से नाइट्रोबेन्जीन बनाई जाती है। इस मिश्रण में नाइट्रिक एसिड किस रूप में क्रिया करती है?
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