आर्तव चक्र में अण्डोत्सर्ग से पहले व बाद में की अवस्थाओं के नाम लिखिए। इन अवस्थाओं के दौरान होने वाली घटनाओं को समझाइये।
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अण्डोत्सर्ग से पहले पुटकीय प्रावस्था एवं अण्डोत्सर्ग के बाद में पीत प्रावस्था आती है।
पुटकीय प्रावस्था में परिपक्व पुटिका का निर्माण व एन्डोमिट्रियम का पुनर्निर्माण होता है पीत प्रावस्था में पीत पिंड का निर्माण व गर्भाशय अन्तः स्तर ओर मोटा होता है।
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