यदि किसी महिला की अण्डवाहिनियाँ अवरुद्ध है तो निषेचन का कार्य प्रभावित होगा अर्थात् निषेचन नहीं हो पायेगा। निषेचन की क्रिया अण्डवाहिनी में इस्थमस एवं एम्पुला के संधि स्थल पर होती है। यहाँ अण्डाशय में बनने वाला अण्डाणु अण्डवाहिनी कीप से होते हुए पहुँचता है तथा शुक्राणु क्रमशः योनी एवं गर्भाशय से होते हुए पहुँचते हैं। अण्डवाहिनी अवरुद्ध होने पर अण्डाणु व शुक्राणु का यह मिलन संभव नहीं हो पाता है अर्थात् निषेचन भी नहीं होगा।