अण्डे के भीतर योक (पीतक) की मात्रा एवं उसके वितरण में होने वाले परिवर्तन से क्या प्रभावित होगा :
[2009]
Download our app for free and get started
(a) अण्डे के भीतर पीतक की मात्रा एवं उसके वितरण में होने वाले परिवर्तन से विदलन का प्रतिरूप प्रभावित होगा। विदलन का प्रतिरूप पीतक की मात्रा से प्रभावित होता है। कम पीतक वाले अण्डों में विदलन बराबर होता है जिसके फलस्वरूप एकसमान परिमाप के कोरक खंड बनते हैं। यदि पीतक अंडे के एक भाग में रहता है जैसा कि मेंढक में, तब विदलन असमान होता है तथा पीतक क्षेत्र से बनने वाली कोशिकाएं (अक्रिय ध्रुव) अपीतक क्षेत्र (सक्रिय ध्रुव) से बनने वाली कोशिकाओं से बड़ी होती है।
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
अण्डोत्सर्ग के बाद, नष्ट हुई अण्डाशयी पुटिका सिकुड़ जाती है, तथा कोशिका युक्त होकर निर्माण करती है (या अण्डोत्सर्ग के बाद, नष्ट हुई अण्डाशयी पुटिका के सिकुड़ने पर बना भाग कहलाता है)