(b) मानव मादा में गर्भ निष्कासन प्रतिवर्त पूर्ण विकसित भ्रूण एवं अपरा से प्रेरित होता है। जब मादा अर्द्धलेटी अवस्था में होती है तब गर्भ निष्कासन प्रतिवर्त शुरू होता है तथा बच्चे के नीचे आने पर सैकरम के नहीं हिलने से जो पीड़ा होती है वह असहनीय होती है।