नागपुर सड़क योजना के द्वारा देश में सड़कों को चार प्रकारों में बाँटा गया है
1. राष्ट्रीय राजमार्ग- यह देश के विभिन्न प्रांतों को आपस में जोड़ने का काम करता है। इस दृष्टि से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-7 सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है। वाराणसी, जबलपुर, नागपुर, हैदराबाद, बेंगलुरू एवं मदुरई होते हुए कन्याकुमारी तक यह 2369 किमी. की लंबाई में फैली है।
देश में कुल 228 राष्ट्रीय राजमार्ग हैं, जिनकी कुल लंबाई 66590 किमी. है। सड़कों की कुल लंबाई का यह मात्र 2% है जो यातायात के 40% भाग को ढोता है।
2. राज्य राजमार्ग- यह राज्यों की राजधानियों को विभिन्न जिला मुख्यालयों से जोड़ता है। यह राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ी हुई है। देश में ऐसे सड़कों की लम्बाई कुल सड़कों का मात्र 4% है।
3. जिला सड़कें- यह राज्यों के विभिन्न जिला मुख्यालयों एवं शहरों को मिलाने का काम करती है। देश के कुल सड़कों में इनका हिस्सा 14% है।
4. ग्रामीण सड़कें- यह विभिन्न गाँवों को जोड़ने का कार्य करती है। इसके अंतर्गत देश की कुल सड़कों का 80% भाग शामिल है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत इनका विकास किया जा रहा है।
5. सीमांत सड़कें- राजनीतिक एवं सामरिक दृष्टि से सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण आवश्यक है। इनका निर्माण एवं रख-रखाव सीमा सड़क संगठन करता है। जिसका गठन 1960 में किया गया था। इन्हीं सड़कों के माध्यम से सीमा पर सैनिकों के लिए आवश्यक सामानों को भेजा जाता है।