दो कम्पित स्वरित्र प्रगामी तरंगें उत्पन्न करते हैं जो क्रमशः हैं
$y _1=4 \sin 500 \pi t$ और $y _2=2 \sin 506 \pi t$.
प्रति मिनट उत्पन्न विस्पंदों की संख्या है:
[2005]
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(b) $y = A \sin 2 \pi ft$
$y _1=4 \sin 500 \pi t$
$y _2=2 \sin 506 \pi t$
तुलना करने पर
$2 f _1=500 \Rightarrow f _1=250$
$2 f _2=506 \Rightarrow f _2=253$
विस्पंद $= f _2- f _1=253-250=3$ विस्पंद/सेकंड $=3 \times 60=180$ विस्पंद/मिनट
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निम्नलिखित दो तरंगों $ y _1=10^{-6} \sin \{100 t+( x / 50)+0.5\} m$
$y _2=10^{-6} \cos \{100 t+( x / 50)\} m $ के बीच कलान्तर जहाँ $x$, मीटर में तथा $t$ सेकण्ड में है, लगभग है:
एक खिंचे तार में बनी तरंग की आवृत्ति 100 हर्टज है, जबकि वह दृढ़ सिरे की ओर चलती है। जब ये तरंग परावर्तन के बाद वापस आती है तो दृढ़ सिरे से 10 सेमी दूरी पर एक नोड बनती है। तरंग वेग का मान होगा।
किसी स्थिर वस्तु की ओर $220 ms ^{-1}$ की चाल से चलती हुई एक ट्रेन $1000 Hz$ आवृत्ति की ध्वनि उत्पन्न करती है। इस ध्वनि का कुछ भाग उस वस्तु से टकराकर प्रतिध्वनि के रूप में वापस आ जाता है। ट्रेन के ड्राइवर द्वारा संसूचित (प्राप्त) इस प्रतिध्वनि की आवृत्ति होगी : (ध्वनि की वायु में चाल $330 ms ^{-1}$ )
एक कार $30$ मीटर/सेकण्ड की चाल से एक पहाड़ी की ओर चल रही है। उसका चालक $600\ Hz$ आवृत्ति का हार्न बजाता है। यदि वायु में ध्वनि की चाल $330$ मीटर/सेकण्ड हो तो चालक द्वारा सुनी गई परावर्तित ध्वनि की आवृत्ति होगी
एक तरंग जो सरल आवर्तगति करती है उसका आवर्तकाल 4 सेकंड तथा दूसरी तरंग का आवर्तकाल 3 सेकंड है। यदि दोनों तरंगों का संयोजन कर दिया जाये तो इस नयी तरंग का आवर्तकाल क्या होगा-
एक अस्पताल में ट्यूमर को जाँचने के लिए अल्ट्रा सोनिक स्कैनर लगाया जाता है। स्कैनर की आवृति $4.2$ $MHZ$ है तथा ध्वनि की आवृत्ति $1.7$ किमी/सेकंड है तो ध्वनि की तरंग दैर्ध्य होगी-