दूर स्थित किसी स्रोत से आता हुआ, $\lambda=600$ नैनोमीटर का प्रकाश पुंज, $1$ मिमी चौड़ी झिरी पर आपतित होता है। इससे उत्पन्न विवर्तन पैटर्न को झिरी से $2$ मी दूर स्थित पर्दे पर देखा जाता है तो, केन्द्रीय दीप्त फ्रिन्ज के दोनों ओर की प्रथम अदीप्त फ्रिन्जों के बीच की दूरी होगी
[2014]
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चित्र से $\tan \theta=\frac{\frac{X}{2}}{2}=\frac{X}{4}$
$\phi$ के निम्नतम मान के लिए, जब $\theta$ रेडियन में गिना जाता है
$ \tan \theta \simeq \theta \text { अत: } \theta \simeq \frac{ X }{4}$
$\frac{\lambda}{9}=\frac{4 \lambda}{9} \simeq \frac{4 \times 600 \times 10^{-9}}{10^{-3}} m$
$\qquad\left[\because \lambda=600 \times 10^{-9} m \right]$
$\simeq 24 \times 10^{-4} m \simeq 2.4 mm $
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एकला डिरी विवर्तन पैटर्न में, केन्द्रीय उच्चिप्ट के निकटवर्ती प्रथम निम्निप्ट पर, डििरी के किनारे तथा उसके मघ्य$-$बिन्दु से उत्पन्न हाइगेन्स-तरंगिकाओं के बीच कलान्तर होता है:
जब चौड़ार्ई ' $a$ ' की किसी एकल डिरी पर $5000 A$ तरंगदैर्घ्य का प्रकाश आपतन करता है, तो झिरी के कारण उत्पत्र विवर्तन पैटर्न में $30^{\circ}$ के कोण पर पहला निम्निप्ठ दिखाई देता है। पहला द्वितीयक उच्चिप्ठ जिस कोण पर दिखार्ई देगा, वह है:
द्रुत वेग से चलती हुई इलेक्ट्रॉनों की एक समान्तर किरणपुंज, किसी पतली झिरी पर लम्बवत् आपतित है। इस झिरी से पर्याप्त दूरी पर एक प्रतिदीप्त पर्दा रखा है। यदि, इलेक्ट्रॉनों की चाल को बढ़ा दिया जाए तो, निम्नांकित में से कौन-सा कथन सत्य होगा ?
यंग के किसी द्विडिरी प्रयोग में, दो झिरियों की चौड़ाइयों में अनुपात $1: 25$ है, तो व्यतिकरण पैटर्न में उच्चिप्ट तथा निम्नप्ठ की तीव्रताओं का अनुपात, $\frac{I_{\max }}{I_{\min }}$ होगा:
यंग के प्रयोग में दो कोहैरेन्ट स्रोत्र $0.90$ मिमी की दूरी पर रखे हैं । यदि ये दूसरी डार्क फ्रिंज 1 मीटर पर बनाते हों तो एकवर्णी प्रकाश की तरंग दैर्ध्य होगी :