एक आदमी एक घर्षणरहित नत समतल पर फिसलता है तथा उसका थैला ऊर्ध्वाधरतः समान ऊंचाई से नीचे गिरता है। यदि आदमी तथा थैले का अंतिम वेग $V _{ m }$ तथा $V _{ B }$ हो तो
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(b) केवल गुरुत्वीय क्षेत्र कार्य करेगा। यह संरक्षणीय (कंजरवेटिव) क्षेत्र है। अतः $V _{ m }= V _{ B }$
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यहां दर्शाये गये निकाय में तीन पिण्ड $m _1, m _2$ तथा $m _3$ एक रस्सी से जुड़े हैं जो एक घिरनी $P$ के ऊपर होकर गुजरती है। $m _1$ मुक्त रूप से लटका है और $m _2$ तथा $m _3$ एक रूक्ष क्षैतिज मेज पर है, जिसका घर्षण गुणांक $\mu$ है। घिरनी घर्षणरहित है और इसका द्रव्यमान नगण्य है। यदि $m _1= m _2= m _3= m$ है, तो $m _1$ का अधोमुखी ( नीचे की ओर) त्वरण होगा
एक लिफ्ट जोकि 5 मीटर $/$ सेकंडं $^2$ त्वरण से ऊपर जा रही है, में एक तराजू पर 80 किलो वजन का एक आदमी खड़ा है। तराजू कितना वजन दिखाएगा? $\left( g =10\right.$ मीटर/ $/$ सेकंड $\left.^2\right)$
एक बंदर पेड़ की शाखा के साथ एक समान त्वरण से नीचे आता है। यदि बंदर के भार का $75 \%$ भार पेड़ की शाखा सहन कर सकती है तो बंदर का न्यूनतम त्वरण क्या होगा कि पेड़ की शाखा न टूटे?
$m$ द्रव्यमान के किसी कण पर आरोपित बल $F$ को बल समय ग्राफ द्वारा दर्शाया गया है। समय $t =0$ से $t =8$ सेकण्ड तक के अन्तराल में कण के संवेग में परिवर्तन होगा
एक 20 किग्रा के बंदर ने एक ऊध्र्वाधर रस्सी पकड़ रखी है। यह रस्सी तब तक नहीं टूटेगी जब तक इस पर लटकाया हुआ भार 25 किलो से अधिक नहीं हो जाता। अधिकतम कितने त्वरण के साथ बंदर इस रस्सी पर झूल सकता है? (दिया है $g =10$ मीटर $/$ सेकंड $^2$ )