10 किग्रा पिण्ड पर $100 N$ का बल कार्य करता है। यह एक घर्षण वाली क्षैतिज मेज पर रखा है। यदि घर्षण तो पिण्ड में त्वरण का मान है
[2002]
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(c) $a =\frac{ F -\mu R }{ m }=\frac{100-0.5 \times 10 \times 10}{10}$ $=5$ मी/सेकंड ${ }^2$
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5 किग्रा का एक पिण्ड रखा हुआ है जो तीन टुकड़ों में $1: 1: 3$ के द्रव्यमानों के अनुपात में टूटता है। समान द्रव्यमान वाले पिण्ड एक दूसरे के लम्बवत् 21 मी/सेकंड से चलते है। सबसे भारी पिण्ड का वेग होगा-
1 किग्रा द्रव्यमान को एक धागे से बांधा गया है इसे
(i) ऊपर खींचा गया त्वरण $4.9$ मी/सेकंड $2^2$ से
(ii) नीचे लाया गया त्वरण $4.9$ किग्रा/सेकंड 2 से धागे में तनावों का अनुपात होगा-
कोई कार त्रिज्या $R$ की वक्रित सड़क पर गतिमान है। सड़क कोण $\theta$ पर झुकी है। कार के टायरों और सड़क के घर्पण-गुणांक $\mu_{ s }$ है। इस सड़क पर कार का अधिकतम सुरक्षा वेग है:
तीन ब्लॉकों (गुटकों) के द्रव्यमान क्रमश : $m , 2 m$ तथा $3 m$ हैं, ये आरेख (चित्र) में दर्शाये गये अनुसार डोरियों से जुड़े हैं। $m$ ब्लॉक पर ऊपर की ओर $F$ बल लगाने पर, सभी गुटके एक स्थिर वेग $v$ से, ऊपर की ओर गति करते हैं। $2 m$ द्रव्यमान के ब्लॉक पर नेट बल कितना है? ( $g$ गुरुत्वीय त्वरण है)
एक ऊर्ध्वाधर स्प्रिंग के निचले सिरे पर $M$ द्रव्यमान का एक पिण्ड बंधा है। स्प्रिंग एक छत से लटका है तथा उसके बल नियतांक का मान $k$ है। जब पिंड को मुक्त छोड़ा गया तो यह विराम अवस्था में था और स्प्रिंग बिना खिंचाव था। स्प्रिंग की लम्बाई में अधिकतम वृद्धि होगी:-
एक संवाहक पट्टा $2 m / s$ की स्थिर चाल से घूर्णन कर (घूम) रहा है। एक बक्से को इसके ऊपर धीरे से रखा जाता है। इन दोनों के बीच घर्षण गुणांक $\mu=0.5$ है। तो पट्टे पर विराम अवस्था में आने से पहले पट्टे के सापेक्ष बक्से के द्वारा तय की गई दूरी $g$ का मान $10 ms ^{-2}$, लेते हुए होगी:
दो पिण्ड $m _1=5$ ग्राम, $m _2=10$ ग्राम के हैं। ये एक घर्षणरहित पुली के ऊपर से धागे से गुजरते हैं। यदि इन्हें छोड़ दिया जाए तो त्वरण का मान (यहां $g$ गुरुत्वीय त्वरण है।)है:
एक पत्थर को $h$ ऊँचाई से गिराया जाता है। यह एक निश्चित संवेग $P$ से भू-तल से टकराता है, यदि इसी पत्थर को, इस ऊँचाई से $100 \%$ अधिक ऊँचाई से गिराया जाये तो भू-तल से टकराते समय इसके संवेग में परिवर्तन होगा :