$m$ द्रव्यमान के किसी कण पर आरोपित बल $F$ को बल समय ग्राफ द्वारा दर्शाया गया है। समय $t =0$ से $t =8$ सेकण्ड तक के अन्तराल में कण के संवेग में परिवर्तन होगा
[2014]
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(c) F-t आरेख का क्षेत्रफल संवेग परिवर्तन को दर्शाता है।
अतः आठ सेकण्ड तक के लिए संवेग में कुल परिवर्तन
$
\begin{aligned}
& \Delta p _{total}=\operatorname{ar} \Delta( t =0-2 s )-\operatorname{ar} \square( t =2-4 s )+ \\
& \operatorname{ar} \square( t =4-8 s ) \\
& =\Delta p _1+\Delta p _2+\Delta p _3 \\
& =\frac{1}{2} \times 2 \times 6-2 \times 3+4 \times 3=+6-6+12 \\
& =12
\end{aligned}
$
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किसी नत-समतल का कोण $\theta$ है। उसका ऊपरी आधा भाग पूर्णतः चिकना है तथा निचला आधा भाग खुरदरा है। इस नत-समतल के ऊपरी सिरे से एक ब्लॉक (गुटका) नीचे की ओर फिसलता है। यदि गुटका प्रारंभ में विराम स्थिति में था तो, फिसलते हुए, वह नत-समतल की तली पर फिर से विराम अवस्था में आ जायेगी जब गुटके और नत समतल के नीचे आधे भाग के बीच घर्षण गुणांक का मान हो:
एक $m$ द्रव्यमान वाले ब्लॉक को $\theta$ कोण पर रखे हुए चिकने पट्टे पर रखा गया है। पूरा निकाय क्षैतिज गति इस प्रकार कर रहा है कि ब्लॉक पट्टे से न फिसले। पट्टे द्वारा ब्लॉक पर लगाया जा रहा बल होगा:-
दो पत्थरों के द्रव्यमान $m$ तथा $2 m$ है, भारी पत्थर को $\frac{ r }{2}$ त्रिज्या के तथा हल्के पत्थर को $r$ त्रिज्या के वृताकार क्षैतिज पथों में घुमाया जाता है। जब ये पत्थर एक समान अभिकेन्द्रीय बल अनुभव करते है, तब हल्के पत्थर का रेखीय वेग भारी पत्थर के रेखीय वेग का $n$ गुना है $n$ का मान है:
यहां दर्शाये गये निकाय में तीन पिण्ड $m _1, m _2$ तथा $m _3$ एक रस्सी से जुड़े हैं जो एक घिरनी $P$ के ऊपर होकर गुजरती है। $m _1$ मुक्त रूप से लटका है और $m _2$ तथा $m _3$ एक रूक्ष क्षैतिज मेज पर है, जिसका घर्षण गुणांक $\mu$ है। घिरनी घर्षणरहित है और इसका द्रव्यमान नगण्य है। यदि $m _1= m _2= m _3= m$ है, तो $m _1$ का अधोमुखी ( नीचे की ओर) त्वरण होगा
एक पत्थर को $h$ ऊँचाई से गिराया जाता है। यह एक निश्चित संवेग $P$ से भू-तल से टकराता है, यदि इसी पत्थर को, इस ऊँचाई से $100 \%$ अधिक ऊँचाई से गिराया जाये तो भू-तल से टकराते समय इसके संवेग में परिवर्तन होगा :
एक लिफ्ट जोकि 5 मीटर $/$ सेकंडं $^2$ त्वरण से ऊपर जा रही है, में एक तराजू पर 80 किलो वजन का एक आदमी खड़ा है। तराजू कितना वजन दिखाएगा? $\left( g =10\right.$ मीटर/ $/$ सेकंड $\left.^2\right)$
एक आदमी एक घर्षणरहित नत समतल पर फिसलता है तथा उसका थैला ऊर्ध्वाधरतः समान ऊंचाई से नीचे गिरता है। यदि आदमी तथा थैले का अंतिम वेग $V _{ m }$ तथा $V _{ B }$ हो तो