एक आदर्श गैस ऊष्मीय इंजन $227^{\circ} C$ व $127^{\circ} C$ कार्नो चक्र में कार्य करता है। यह उच्च ताप पर $6$ किलो कैलोरी ऊष्मा का अवशोषण करता है। ऊष्मा की कितनी मात्रा $($किलो कैलोरी में$)$ कार्य में परिवर्तित होती है
[2003]
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$(a)\ \eta =\frac{T_1-T_2}{T_1}$
$T_1 =227+273=500 K $
$ T _2=127+273=400 K$
$\eta=\frac{500-400}{500}=\frac{1}{5} $
अतः आउटपुट कार्य
$ =(\eta) \times H =\frac{1}{5} \times 6=1.2 \ce{k \ Cal} $
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किसी एक परमाण्विक गैस का दाब $p$ और आयतन $V$ है। इसमें पहले समतापीय रूप से $2 V$ आयतन तक और फिर रूद्धोष्म रूप से $16 V$ आयतन तक प्रसार होता है। यदि $\gamma=\frac{5}{3}$ हो तो, गैस का अन्तिम दाब होगा
एक गैस को चित्र $($आरेख$)$ में दर्शाये गये अनुसार $A \rightarrow B \rightarrow C \rightarrow A$, चक्र से गुजारा जाता है। तो, गैस द्वारा किया गया नेट कार्य है:
किसी गैस को समतापीय रूप से उसके आधे आयतन तक संपीडित किया जाता है। इसी गैस को पृथक रूप से रुद्धोप्म प्रक्रिया द्वारा उसके आधे आयतन तक संपीडित किया जाता है तब :
चित्र में उष्मागतिकी प्रक्रम दिखाया गया है । कुछ बिन्दुओं पर दाब व आयतन निम्न प्रकार है $P _{ A }=3 \times 10^4 Pa , V _{ A }$ $=2 \times 10^{-3}$, मी $^3 P _{ B }=8 \times 10^4 Pa , V _{ B }=5 \times 10^{-3}$ मी $^3$. प्रक्रम $AB$ में $600 J$ ऊष्मा दी गयी तथा $BC$ में $200 J$ ऊष्मा दी गयी। $AC$ प्रक्रम में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन होगा:
किसी एक परमाणुक गैस का दाब $P_1$ और आयतन $V_1$ है। इसको रूद्धोष्म रूप से प्रारंभिक आयतन के $1 / 8$ तक संपीडित किया जाता है, गैस का अंतिम दाब कितना होगा
यदि किसी ताप गतिक प्रक्रम में, निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि $\Delta U$ और उसके द्वारा किया गया कार्य $\Delta W$ हो तो, निम्नलिखित में से कौन सा सत्य (सही) है?