एक $ac$ वोल्टता को श्रेणीक्रम में जुड़े एक प्रतिरोधक $R$ और प्रेरक $L$ पर अनुप्रयुक्त किया गया है। यदि $R$ और प्रेरकीय प्रतिघात में प्रत्येक का मान $3 \Omega$, हो तो, परिपथ में अनुप्रयुक्त वोल्टता और विद्युत धारा के बीच कलान्तर होगा:
[2011]
Download our app for free and get startedPlay store
कलान्तर $\phi$ दिया जाता है
$ \tan \phi=\frac{ X _{ L }}{ R }$
$=\frac{3}{3}=1$
$\Rightarrow \phi=\frac{\pi}{4} . $
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    किसी परिपथ में प्रत्यावर्ती विद्युत धारा तथा वोल्टता के तात्क्षणिक मानों को क्रमशं: निम्न प्रकार निरुपित किया जाता है:
    $ i=\frac{1}{\sqrt{2}} \sin (100 \pi t) \text { एम्पियर } $
    तथा $e=\frac{1}{\sqrt{2}} \sin (100 \pi t+\pi / 3)$ वोल्ट तो, इस परिपथ में क्षयित औसत शक्ति वॉट में होगी।
    View Solution
  • 2
    $C$ धारिता के एक संधारित्र को $V_1$ विभवान्तर तक आवेशित किया गया है। फिर इसकी प्लेटों को एक $L$ प्रेरकत्व के एक आदर्श प्रेरक से जोड़ दिया गया है। जब संधारित्र के सिरों के बीच विभवान्तर कम होकर $V_2$ हो जाय तो प्रेरक से बहने वाली धारा होगी?
    View Solution
  • 3
    दिये गये चित्र में बल्ब अचानक चमकता है यदि

    View Solution
  • 4
    एक विद्युत परिपथ में $R, L, C$ तथा एक ए. सी. वोल्टता स्त्रोत सभी श्रेणी क्रम में जुड़े हैं। परिपथ में से $L$ को हटा देने से वोल्टता तथा विद्युत धारा के बीच कलान्तर $\pi / 3$ हो जाता है, यदि इसके बजाय $C$ को परिपथ से हटा दिया जाये तो, यह कलान्तर फिर भी $\pi / 3$ रहता है। परिपथ का शक्ति गुणांक है :
    View Solution
  • 5
    एक $C - R$ परिपथ का समय गुणांक होगा
    View Solution
  • 6
    $100 W$ और $110 V$ के एक बल्ब को $220 V$ की सप्लाई से प्रदीप्त करने के लिए एक ट्रांसफार्मर का प्रयोग किया गया है। यदि सप्लाई का धारा मान $0.5$ ऐम्पियर हो तो ट्रांसफार्मर की दक्षता होगी, लगभग
    View Solution
  • 7
    एक A.C. परिपथ में वोल्टेज $V$ तथा धारा I हो तो शक्ति होगी
    View Solution
  • 8
    एक L-C-R श्रेणी परिपथ एक A.C. स्रोत से जुड़े है। अनुनादीय स्थिति में धारा तथा वोल्टेज के बीच कलांतर होगा :
    View Solution
  • 9
    एक कुंडली का स्व-प्रेरकत्व $L$ है। यह श्रेणी क्रम मे एक विद्युतबल्ब $B$ तथा एक ए.सी. (A.C.) स्रोत से जुड़ी है। इस बल्ब के प्रकाश की दीप्ति (तीव्रता) कम हो जायेगी, जब
    View Solution
  • 10
    एक ट्रांसिस्टर दोलनित्र $L - C$ के साथ अनुनाद में है तथा आवृत्ति $f$ है। यदि $L$ को दोगुना व $C$ को चार गुना कर दिया जाए तो आवृत्ति होगी :
    View Solution