एक छड़ चुम्बक पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र में आवर्तकाल $T$ से दोलन करती है। यदि चुम्बक का द्रव्यमान $1 / 4$ कर दे तो आवर्तकाल:
[1994, 03]
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(b) चुम्बकीय क्षेत्र में छड़ चुम्बक का आवर्त्तकाल $T =2 \pi \sqrt{\frac{ I }{ MB }}$
$I =$ जड़त्व आघूर्ण $\propto$ द्रव्यमान $( m )$
$M =$ चुम्बकीय आघूर्ण
$B =$ चुम्बकीय क्षेत्र तीव्रता
$T \propto \sqrt{ I } \propto \sqrt{ m }$
$m$ को $\frac{1}{4}$ th करने पर $T$ आधा हो जाएगा।
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दो सर्वसम (समरूप) छड़ चुम्बकों को इस प्रकार स्थिर किया गया है कि उनके केन्द्र $d$ दूरी पर हैं। चित्र में दिखाये गये अनुसार दोनों चुम्बकों के बीच के खाली स्थान के मध्य बिन्दु $O$ से, $D$ दूरी पर, बिन्दु $P$ पर एक आवेश $Q$ रखा है। $Q$ आवेश पर बल है
दो चुम्बक जिसका चुम्बकीय आघूर्ण $M$ तथा $2 M$ है, एक वाईब्रेशन मैग्नेटोमीटर में रखी है। यदि दोनों के सम ध्रुव साथ हो तो आवर्तकाल $T_1$ तथा विषम ध्रुव साथ हो तो आर्वत काल $T_2$ है। तो$-$
चुम्बकीय आघूर्ण $0.4 J T ^{-1}$ के एक छोटे (दंड) चुम्बक को किसी ऐसे एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है जिसकी तीव्रता $0.16 T$ है। यह चुम्बक स्थिर संतुलन में होगा। यदि इसकी स्थितिज ऊर्जा हो:
आरेख में दंड (छड़) चुम्बकों की व्यवस्थाओं के विन्यास दिये गये हैं। प्रत्येक चुम्बक का द्विध्रुव आघूर्ण $m$ है। किस विन्यास में नेट चुम्बकीय द्विध्रुव आघूर्ण का मान अधिकतम होगा ?
चार हल्की छड़ों $A , B , C , D$ को धागों से अलग-अलग लटकाया गया है। एक छड़ (दंड) चुम्बक को धीरे-धीरे प्रत्येक के पास लाया जाता है और निम्नलिखित प्रेक्षण नोट किये जाते हैं:
(i) $A$ हल्की सी प्रतिकर्षित होती है
(ii) $B$ हल्की सी आकर्षित होती है
(iii) $C$ बहुत अधिक आकर्षित होती है
(iv) $D$ अप्रभावित रहती है
तो निम्नलिखित में से कौन-सा कथन ठीक है?