एक फलमक्खी लिंग सहलग्न जीनों के लिए विषमयुग्मजी है। इसका एक सामान्य फलमक्खी के साथ संगमन कराने पर नर का विशिष्ट गुणसूत्र अण्ड कोशिकाओं में किस अनुपात में प्रवेश करेगा
[1997]
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(a) लिंग-निर्धारण में नर विशिष्ट गुणसूत्र के अण्डे में प्रवेश की उतनी ही सम्भावना होगी जितनी दूसरे की। अतः अनुपात $1: 1$ होगा।
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