एक मोल आदर्श गैस, प्रारंभिक अवस्था $A$ से अन्तिम अवस्था $B$ को निम्नलिखित दो प्रक्रमों से होकर जाती है। पहले इसके आयतन का $V$ से $3 V$ तक समतापीय रूप से प्रसार होता है। फिर, स्थिर दाब पर इसका आयतन $3 V$ से $V$ तक कम किया जाता है तो, इन दो प्रकमों को निरूपित करने के लिए सही $P-V$ आरेख है:
[2012]
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(d) प्रथम प्रक्रम समतापीय प्रसार इसलिए केवल विकल्प (d) सही है। द्वितीय प्रक्रम समदाबी सम्पीडन इसलिए केवल विकल्प (d) सही है।
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एक आदर्श गैस ऊष्मीय इंजन $227^{\circ} C$ व $127^{\circ} C$ कार्नो चक्र में कार्य करता है। यह उच्च ताप पर $6$ किलो कैलोरी ऊष्मा का अवशोषण करता है। ऊष्मा की कितनी मात्रा $($किलो कैलोरी में$)$ कार्य में परिवर्तित होती है
किसी गैस को समतापीय रूप से उसके आधे आयतन तक संपीडित किया जाता है। इसी गैस को पृथक रूप से रुद्धोप्म प्रक्रिया द्वारा उसके आधे आयतन तक संपीडित किया जाता है तब :
कोई रेफ्रिजरेटर $4^{\circ} C$ और $30^{\circ} C$ के बीच कार्य करता है। प्रशीतन किए जाने वाले स्थान का ताप नियत रखने के लिए $600$ कैलोरी ऊप्मा का प्रति सेकण्ड बाहर निकालना आवश्यक होता है। इसके लिए आवश्यक शक्ति चाहिए :