एक तार की लम्बाई $A$ तथा प्रतिरोध $5 \Omega$ है। इसका पृष्ठ क्षेत्रफल $6 \times 10^{-7} m ^2$ है तो इसका विशिष्ट प्रतिरोध ज्ञात करो।
[1996]
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$ \ell=15 m , A =6 \times 10^{-7} m ^2, R =5 \Omega$
$R =\rho \frac{\ell}{ A }$
$\Rightarrow 5=\rho \times \frac{15}{6 \times 10^{-7}}$
$\rho=\frac{5 \times 6 \times 10^{-7}}{15}$
$\rho=2 \times 10^{-7} \Omega m . $
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40 विद्युत बल्ब $220 V$ सप्लाई के साथ श्रेणी क्रम में जोड़े गये। कुछ समय बाद 1 बल्ब खराब हो गया तथा बचे हुए 39 बल्ब फिर समान सप्लाई के साथ श्रेणी क्रम में जोड़े गये। तीव्रता होगी :
किसी ताप-वैद्युत युग्म का वोल्ट में ताप-विद्युत वाहक बल $E,{ }^{\circ} C$ में दोनों संधियों के बीच तापान्तर $\theta$ पर इस प्रकार निर्भर करता है $E=30 \theta-\frac{\theta^2}{15}$, इस ताप-वैद्युत युग्म का उदासीन ताप होगा
विद्युत अपघटन द्वारा क्लोरीन गैस के उत्पादन के लिए $125 V$ पर $100 kW$ शक्ति का उपयोग होता है। प्रति मिनट कितनी क्लोरीन विमुक्त हो रही है? (क्लोरीन का विद्युत रासायनिक तुल्यांक $=0.367 \times 10^{-6} kg / C$ )
समान मान $2 \Omega$ के तीन प्रतिरोध $P , Q , R$ तथा एक अज्ञात प्रतिरोध $S$ मिल कर व्हीट्स्टोन ब्रिज परिपथ की चार भुजाएँ बनाते हैं। प्रतिरोध $S$ के समान्तर क्रम में $6 \Omega$ का प्रतिरोध लगाने पर ब्रिज संतुलित हो जाता है। अज्ञात प्रतिरोध $S$ का मान कितना है?
दो सेल समान वि.वा.ब. तथा $r _1, r _2,\left( r _1> r _2\right)$ आन्तरिक प्रतिरोध के हैं जो बाहय प्रतिरोध $R$ के साथ श्रेणी क्रम में जुड़े है। बंद परिपथ में पहले सेल का विभवांतर शून्य है तो $R$ का मान :
एक परिनालिका में $2000$ फेरे पास $-$ पास लपेटे गये हैं। इसकी अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $1.5 \times 10^{-4} m ^2$ है और इसमें $2.0 A$ की विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है। इसे लम्बाई के लम्बवत् अपने केन्द्र से इस प्रकार लटकाया गया है कि यह किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में क्षैतिज समतल में घूम सके। चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता $5 \times 10^{-2}$ टेसला है और यह परिनालिका के अक्ष से $30^{\circ}$ का कोण बनाता है। परिनालिका पर बल आघूर्ण होगा