गर्भ निरोधक गोलियो में प्रोजेस्टोजन या प्रोजेस्टोजन व एस्ट्रोजन के संयोजन की अल्प मात्रा होती है। ये टिकिया मुँह से ली जाती है। इनके प्रभाव से अण्डोत्सर्जन व अन्तर्रोपण की क्रिया संदमित हो जाती है। गर्भाशय ग्रीवा की श्लेष्मा में भी परिवर्तन आता है जिसके कारण शुक्राणु गर्भाशय में प्रवेश नहीं कर पाते या शुक्राणुओं की गति मंद हो जाती है।