जलपुरुष के नाम से प्रसिद्ध राजेन्द्र सिंह का जन्म 6 अगस्त, 1959 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के डौला गाँव में हुआ था। राजेन्द्र सिंह भारत के प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता हैं। वे जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रसिद्ध हैं। सन् 1981 में उनका विवाह हुए डेढ़ बरस ही हुआ था, कि उन्होंने नौकरी छोड़ी, घर का सारा सामान बेचा और कुल तेईस हजार रुपए की पूँजी लेकर अपने कार्यक्षेत्र में उतर गए। उन्होंने ठान लिया कि वह पानी की समस्या का कुछ हल निकालेंगे। अत: उन्होंने 'तरुण भारत संघ' नामक एक संस्था बनाई जिसे एक गैर सरकारी संगठन का रूप दिया। अपने अथक प्रयासों से राजेन्द्र सिंह ने राजस्थान जैसे राज्य को जल संकट से उबारने हेतु काम किया। सन् 2015 में उन्हें स्टॉकहोम जल पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो कि पानी के लिए नोबेल पुरस्कार माना जाता है। इसके अतिरिक्त, उन्हें सामुदायिक नेतृत्व हेतुं 2011 का रमन मैगसेसे पुरस्कार भी प्रदान किया गया। 'जोहड़' के नाम से राजेन्द्र सिंह के जीवन यात्रा पर उनकी जीवनी भी लिखी गई है।