हाँ, इस बेहतर भाव का लाभ उत्पादक को भी प्राप्त हो सकता है। अगर वह अपने उत्पादक को सीधे शहर के थोक विक्रेताओं को बेचे, क्योंकि आढ़तिए को उत्पाद बेचने से वे किसानों को उनके उत्पादों का सही कीमत भी नहीं देता है। जिससे इनलोगों को अपने उत्पाद का सही कीमत नहीं मिलता है।