(a) पीत की मात्रा के आधार पर अण्डे चार प्रकार के होते हैं
(i) अपीतकीय- पीत लगभग अनुपस्थित उदाहरण अधिकांश स्तनियों जैसे मनुष्यों में
(ii) लघुपीतकीय- पीत कम भाग में उपस्थित होता है। उदाहारण- ब्रान्कियोस्टोमा
(iii) मध्यपीतकीय- पीत औसत मात्रा में पाया जाता है। उदाहरण- मेंढक के अण्डे
(iv) वृहतपीतकीय- पीत बड़ी मात्रा में पाया जाता है। उदाहरण- सरीसृप, पक्षी व अण्डे देने वाले स्तनी