किसी नवजात शिशु का लिंग निर्धारण, उसको पिता द्वारा प्रदान किए गए गुणसूत्र के प्रकार द्वारा निर्धारित होता है। क्योंकि X-गुणसूत्र तथा Y-गुणसूत्र युक्त नर युग्मकों का अनुपात 50 : 50 है अतः नर तथा मादा बच्चे के पैदा होने की सांख्यकीय संभावना 50 : 50 होती है।