चर्वण एक ऐच्छिक क्रिया है। ऐच्छिक क्रियाओं का नियंत्रण अग्रमस्तिष्क के प्रमस्तिष्क में उपस्थित उभारों द्वारा किया जाता है। अनैच्छिक क्रिया जीव की इच्छा के बिना ही संपन्न होती है। यदि यह किसी विशिष्ट संवेदना की अनुक्रिया के रूप में होता है। हृदय गति, श्वसन, क्रमाकुंचन गति, लार आना आदि।