न्यूनतम मेहनताना कानून - न्यूनतम मेहनताना कानून में यह निश्चित किया गया है कि किसी का भी मेहनताना एक निर्धारित न्यूनतम राशि से कम नहीं होना चाहिए। इस कानून की इसलिए आवश्यकता पड़ी क्योंकि बहुत सारे मजदूरों को उनके मालिक सही मेहनताना नहीं देते। चूंकि मजदूरों को काम की जरूरत होती है, इसलिए वे सौदेबाजी नहीं कर पाते और बहुत कम मजदूरी पर ही काम करने को तैयार हो जाते हैं।
यह कानून सारे मजदूरों तथा घरेलू नौकरों के हितों की रक्षा के लिए बनाया गया है।