(1) यूनियन कार्बाइड के अमेरिकी संयंत्रों में कम्प्यूटरीकृत चेतावनी और निगरानी की व्यवस्था विद्यमान थी, जबकि भोपाल यूनियन कार्बाइड कारखाने में गैस के रिसाव की निगरानी केवल मजदूरों के अंदाज के सहारे चलाई जाती थी।
(2) अमेरिकी स्थित कारखानों में खतरा पैदा होने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की व्यवस्था मौजूद थी, जबकि भोपाल में ऐसा कुछ नहीं था।