पीतल तथा स्टील का रेखीय प्रसार गुणांक $\alpha_1$ तथा $\alpha_2$ है । पीतल की छड़ की लम्बाई $\ell_1$ तथा स्टील की $\ell_2$ $0^{\circ} C$ तापमान पर है । यदि इनकी लम्बाइयों में अन्तर सभी तापमान पर $\ell_2-\ell_1$, हो तो:
[1995, 1999]
Download our app for free and get started
(a) माना ताप में $\Delta T$ की बढ़ोत्तरी हुई $\ell^{\prime}=\ell_1\left(1+\alpha_1 \Delta T \right)$ पीतल के लिए $\ell^{\prime \prime}=\ell_2\left(1+\alpha_2 \Delta T \right)$ स्टील के लिए प्रश्न के अनुसार, $\ell^{\prime}-\ell^{\prime \prime}=\ell_1-\ell_2$ $\ell_1+\ell_1 \alpha \Delta T -\ell_2+\ell_2 \alpha_2 \Delta T =\ell_1-\ell_2$ $\ell_1 \alpha_1=\ell_2 \alpha_2$ क्योंकि $\Delta T \neq 0$
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
$227^{\circ} C$ तापमान पर एक कृष्ण पिंड $7 cal / cm ^2 s$ की दर से ऊष्मा का विकिरणन करता है। $727^{\circ} C$ तापमान पर इन्हीं मात्रकों में इस पिंड के ऊष्मा विकिरणन की दर होगी $:-$
$50 K$ पर द्रव ऑक्सीजन को $300 K$ तक एक 1 वायुमंडलीय स्थिर दाब पर गर्म किया जाता है। यदि गर्म करने की दर स्थिर है तो, निम्नांकित में से कौन सा ग्राफ (आलेख) समय के साथ ताप के परिवर्तन को प्रदर्शित करता है?
एक पिण्ड $50.0^{\circ} C$ से $49.9^{\circ} C$ तक ठण्डा होने में 5 सेकंड लेता है तो यह $40.0^{\circ} C$ से $39.9^{\circ} C$ तक ठण्डा होने में कितना समय लेगा । बाहर का तापमान $30.0^{\circ} C$ तथा यहाँ न्यूटन का शीतलन सिद्धान्त कार्यरत् है।
निम्नलिखित में से कौन-सी वृत्ताकार छड़ (r त्रिज्या तथा लम्बाई l) जिनमें प्रत्येक समान पदार्थ से बनी है तथा जिनके सिरे समान ताप पर रखे गये हैं, अधिकतम ऊर्जा का चालन करेगी?
एक संयुक्त स्लैब $($slab$)$ समान मोटाई के दो विभिन्न पदार्थो से मिलकर बना है, जिनकी ऊष्मा चालकताएँ क्रमशः $K$ व $2 K$ हैं तो स्लैब की तुल्य ऊष्मीय चालकता होगी:
एक सेन्टीग्रेड तथा फैरेनहाइट थर्मामीटर को उबलते पानी में रखा गया । फैरेनहाइट थर्मामीटर में पानी का ताप $140^{\circ}$ तक घटाया गया तो सेन्टीग्रेड स्केल में तापमान है:
यह मानते हुए कि सूर्य $r$ त्रिज्या का गोलाकार बाहरी तल रखता है और तापमान $t^{\circ} C$ पर एक कृष्ण पिंड की तरह प्रकीर्णन करता है, सूर्य केन्द्र से $R$ दूरी पर आपतित किरणों से लम्ब दिशा में किसी एक मात्रक तल द्वारा प्राप्त की गई शक्ति होगी-