प्रश्न 23 में लेंस को चित्र से कितनी दूरी पर रखा जाए ताकि वर्गों को अधिकतम संभव आवर्धन क्षमता के साथ सुस्पष्ट देखा जा सके?
इस उदाहरण में आवर्धन (प्रतिबिंब-साइज/वस्तु-साइज ) क्या है?
क्या इस प्रक्रम में आ रर्धन, आवर्धन क्षमता के बराबर है? स्पष्ट कीजिए।
Exercise - 9.24
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अपवर्तनांक 1.55 के काँच से दोनों फलकों की समान वक्रता त्रिज्या के उभयोत्तल लैंस निर्मित करने हैं। यदि 20 सेमी. फोकस दूरी के लेंस निर्मित करने हैं तो अपेक्षित वक्रता त्रिज्या क्या होगी?
किसी गैल्वेनोमीटर की कुंडली से जुड़े समतल दर्पण पर लंबवत आपतित प्रकाश दर्पण से टकराकर अपना पथ पुनः अनुरेखित करता है। गैल्वेनोमीटर की कुंडली में प्रवाहित कोई धारा दर्पण में $3.5^\circ$ का परिक्षेपण उत्पन्न करती हैं। दर्पण के सामने $1.5$ मी. दूरी पर रखे परदे पर प्रकाश के परावर्ती चिह्न में कितना विस्थापन होगा$?$
संयुक्त सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखते समय सर्वोत्तम दर्शन के लिए हमारे नेत्र, नेत्रिका पर स्थित न होकर उससे कुछ दूरी पर होने चाहिए। क्यों? नेत्र तथा नेत्रिका के बीच की यह अल्प दूरी कितनी होनी चाहिए?
कोई जादूगर खेल दिखाते समय n = 1.47 अपवर्तनांक के काँच के लेंस को किसी द्रव से भरी द्रोणिका में डालकर अदृश्य कर देता है। द्रव का अपवर्तनांक क्या हो सकता है? क्या यह द्रव जल हो सकता है?
वायु में रखे किसी बिंदु स्रोत से प्रकाश काँच के किसी गोलीय पृष्ठ पर पड़ता है। (n = 1.5 तथा वक्रता त्रिज्या = 20 cm)। प्रकाश स्रोत की काँच के पृष्ठ से दूरी 100 cm है। प्रतिबिंब कहाँ पर बनेगा?
किसी संयुक्त सूक्ष्मदर्शी में 2.0 सेमी. फोकस दूरी का अभिदृश्यक लेंस तथा 6.25 सेमी. फोकस दूरी का नेत्रिका लेंस एक-दूसरे से 15 सेमी. दूरी पर लगे हैं। किसी बिम्ब को अभिदृश्यक से कितनी दूरी पर रखा जाए कि अंतिम प्रतिबिम्ब
स्पष्ट दर्शन की अल्पतम दूरी (25 सेमी.) तथा
अनंत पर बने?
दोनों स्थितियों में सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता ज्ञात कीजिए।