प्रत्यावर्ती धारा जनित्र का चित्र बनाकर वर्णन कीजिए। प्रेरित विद्युत वाहक बल के तात्कालिक मान के व्यंज्क की व्युत्पति कीजिए।
Question Bank 2024-25
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स्वप्रयत्न
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प्रत्यावर्ती धारा जनित्र में N फेरों तथा A अनुप्रस्थ काट वाली आयताकार कुण्डली को एक समान चुम्बकीय क्षेत्र (B) में एक समान कोणीय चाल $\omega$ से घूर्णन कराया जाता है,तो इसमें प्रेरित विद्युत वाहक बल का तात्कालिक मान प्राप्त कीजिए।आवष्यक नामांकित चित्र बनाइए।
यदि । लम्बाई की धात्विक छड़ को एक समान चुम्बकीय क्षेत्रअ (B) के लम्बवत् रखकर इसे चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत $v$ वेग से चलाएँ तो इसके सिरों के बीच प्रेरित विद्युत वाहक बल (गतिक विद्युत वाहक बल) ज्ञात कीजिए। आवष्यक चित्र बनाइए।
दो लम्बी समाक्ष परिनालिकाओं, जिनकी लम्बाई समान $l,$ फेरों की संख्या $N _1$और $N _2$ तथा त्रिज्या $r_1$ और $r_2 (\left(>r_1\right)$ हैं, के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व के लिए व्यंजक व्युत्पन्न कीजिए।
(i) लेंज का नियम ऊर्जा संरक्षण सिद्धान्त का निष्कर्ष है, इसको कैसे दर्शाएँगे? उचित उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए। (ii) किसी चालक के आवेश वाहकों पर कार्यरत लॉरेन्ट्ज बल के व्यंजक का उपयोग उस प्रेरित विद्युत्-वाहक बल (emf), जो किसी चुम्बकीय क्षेत्र B के लम्बवत् । लम्बाई के चालक को वेग $v$ से गति करने पर चालक में उत्पन्न होता है, के लिए व्यंजक प्राप्त करने में कीजिए।
स्वप्रेरण से आप क्या समझते हैं? किसी परिनालिका के लिये स्वप्रेरकत्व का व्यंजक ज्ञात कीजिये।###स्वप्रेरण की परिभाषा लिखिए। N फेरों वाली लम्बाई । तथा अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल A की किसी परिनालिका के स्व-प्रेरकत्व के लिए व्यंजक प्राप्त कीजिए।