एक पुरास्थल के रूप में बैराठ की विशेषताएँ निम्न प्रकार हैं-
(1) बैराठ कस्बा जयपुर जिले में स्थित है जो कि हर युग में सभ्यता संस्कृति का प्रमुख केन्द्र रहा है।
(2) इसकी बीजक की पहाड़ी तथा भीम डूंगरी पुरातत्व की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है।
(3) महाभारत काल में यह विराटनगर के रूप में मत्स्य जनपद की राजधानी थी, जहाँ पाण्डवों ने अपने अज्ञातवास के अन्तिम दिन व्यतीत किये थे।
(4) मौर्य-काल में भी यह एक प्रमुख केन्द्र था। यहाँ अशोक के दो स्तम्भ लेख (भाब्रू या बैराठ शिलालेख) एवं बौद्ध मठ के अवशेष प्राप्त होते हैं।
(5) यहाँ एक कमरे में 36 चाँदी की मुद्राएँ मिली हैं। जिनमें 8 पंचमार्क एवं 28 भारतीय यूनानी शासकों की हैं।
(6) खुदाई में स्वास्तिक तथा त्रिरत्न चक्र के चिह्न युक्त अलंकृत घड़े दीपक, नाचता हुआ पक्षी, पत्थर की संदूकें, लोहे की कीलें एवं हाथ से बना हुआ वस्त्र भी मिला है।