राजनीतिक सुधारों में कानूनों की भूमिका राजनीतिक सुधारों में कानूनों की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका है। यथा-
(1) सावधानी से बनाए गए कानून गलत राजनीतिक आचरणों को हतोत्साहित और अच्छे काम-काज को प्रोत्साहित करेंगे। लेकिन कानूनों द्वारा राजनैतिक सुधारों का काम भी मुख्यतः राजनीतिक कार्यकर्ता, राजनीतिक दल तथा सचेत नागरिकों के द्वारा ही हो सकता है।
(2) कानूनी बदलाव करते समय इस बात पर गम्भीरता से विचार करना होगा कि राजनीति पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। कई बार परिणाम एकदम उल्टे निकलते हैं, जैसे कई राज्यों ने दो से ज्यादा बच्चों वाले लोगों के पंचायत चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। इसके चलते अनेक गरीब लोग और महिलाएँ लोकतांत्रिक अवसर से वंचित हुईं जबकि ऐसा करने के पीछे यह मंशा नहीं थी।
(3) प्रायः किसी चीज की मनाही करने वाले कानून राजनीतिक सुधारों में ज्यादा सफल नहीं होते। राजनीतिक कार्यकर्ता को अच्छे काम के लिए बढ़ावा देने वाले या लाभ पहुँचाने वाले कानूनों के सफल होने की सम्भावना ज्यादा होती है। सबसे बढ़िया कानून वे हैं जो लोगों को लोकतांत्रिक सुधार करने की ताकत देते हैं। सूचना का अधिकारकानून लोगों को जानकार बनाने और लोकतंत्र के रखवाले के तौर पर सक्रिय करने का अच्छा उदाहरण है। ऐसा कानून भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाता है तथा भ्रष्टाचार विरोधी मौजूदा कानूनों की मदद करता है।