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संलयन प्रक्रम द्वारा हाइड्रोजन की कुछ मात्रा का हीलियम में परिवर्तन होता है। इस प्रक्रम में द्रव्यमान क्षति $0.02866$ $u$ है तो, प्रति $u$ मुक्त ऊर्जा होगी :
$($ दिया है $1=931 MeV )$
दो रेडियोधर्मी पदार्थों $A$ और $B$ के क्षय नियतांक क्रमशः $5 \lambda$ और $\lambda$ हैं। समय $t=0$ पर उनके नाभिकों की संख्याएँ समान हैं। किस समय अन्तराल के पश्चात $A$ और $B$ की संख्याओं का अनुपात $(1 / e )^2$ होगा?
यदि $M ( A ; Z ), M _{ p }$ और $M _{ n }$ क्रमानुसार केन्द्रक ${ }_{ Z }^{ A } X$, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के द्रव्यमान $u$ इकाई में $(1 u =931.5$ $MeV / C ^2$ ) व्यक्त करते हों और $BE$ आबन्धन ऊर्जा को $MeV$ इकाई में व्यक्त करें, तो होगा :
$M _{ p }$ तथा $M _{ n }$ प्रोटॉन तथा न्यूटौन द्रव्यमान दर्शाते हैं, एक नाभिक जिसमें न्यूट्रॉन संख्या $N$, प्रोटॉन संख्या $Z$ तथा बंधन ऊर्जा $B$ है तो नाभिक $M ( N , Z )$ का द्रव्यमान होगा