स्खलन के दौरान शुक्राणु का क्या मार्ग होता है? नर जनन-तंत्र से संबंधित ग्रंथियों एवं उनके कार्यों की चर्चा कीजिए।
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शुक्राणुओं का मोचन शुक्रवाहिकाओं द्वारा होता है। ये शुक्रवाहिकाएँ मूत्राशय से आने वाली नली से जुड़कर एक संयुक्त नली बनाती हैं। अतः मूत्रमार्ग शुक्राणुओं और मूत्र दोनों के प्रवाह का उभयमार्ग है। अतः नर जनन तन्त्र से सम्बन्धित ग्रन्थियाँ हैं-
वृषण- टेस्टोस्टीरॉन हार्मोन का स्राव करती है।
प्रोस्टेट ग्रन्थि- वीर्य के माध्यम को क्षारीय बनाती है।
शुक्राशय ग्रन्थि- इस ग्रन्थि का स्राव स्खलन से पूर्व मूत्रमार्ग को चिकना बनाता है।
शुक्रवाहिनी- वीर्य में तरल पदार्थ मिलाती है।
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इंटरनेट की सहायता से पाँच जंतुओं और पाँच पौधों में पाए जाने वाले गुणसूत्रों की संख्या ज्ञात कीजिए। इस संख्या और जीव के आकार में संबंध स्थापित कीजिए और निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
क्या अपेक्षाकृत बड़े जीवों में गुणसूत्रों/कोशिकाओं की संख्या अधिक होती है?
क्या अधिक गुणसूत्रों वाले जीवों की अपेक्षा कम गुणसूत्रों वाले जीव अधिक आसानी से जनन करते हैं?
गुणसूत्रों/कोशिकाओं की संख्या जितनी अधिक होगी, DNA की मात्रा भी उतनी ही अधिक होगी। इस कथन के औचित्य को सिद्ध कीजिए।
प्लैनैरिया को यदि ऊर्ध्वाधर रूप से दो अर्द्धांशों में काट दिया जाए तो क्या वे दोनों अर्धांश पुनरूद्धभवन करके दो नई व्यष्टियाँ बना देंगे? चित्र D और E को दोबारा से बने क्षेत्रों को बनाते हुए पूरा कीजिए।
तंबाकू के पौधे में, नर युग्मक में चौबीस गुणसूत्र होते हैं। मादा युग्मक में गुणसूत्रों की संख्या कितनी होगी? युग्मनज में गुणसूत्रों की संख्या कितनी होगी?
क्या किसी जीव विशेष के युग्मनज में, भ्रूणीय कोशिकाओं में और वयस्क में गुणसूत्रों की संख्या एक समान होती है? इन तीनों अवस्थाओं में यह नियतता किस प्रकार बनी रहती है?