समकोण समद्विबाहु त्रिभुज के आकार के एक बन्द पाश $ABC$ में विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है। इसे किसी एकसमान $AB$ दिशा के अनुदिश चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। यदि भुजा $BC$ पर चुम्बकीय बल $\overrightarrow{ F }$ हो तब भुजा $AC$ पर बल होगा:
[2011]
Download our app for free and get started
(b) माना कि एक धारा $i$ लूप $ABC$ में चित्र में दर्शाये गए दिशा में प्रवाहित है। यदि $AB$ एवं $BC$ भुजाओं में प्रत्येक की लम्बाई $x$ हो तो
$ |\vec{F}|=i \times B $
जहाँ $B$ चुम्बकीय बल का परिमाण है।
$\overrightarrow{ F }$ की दिशा पेपर के तल के लम्बवत एवं तल के अन्दर जाती हुई होगी।
पाइथागोरस प्रमेय से,
$ AC =\sqrt{ x ^2+ x ^2}=\sqrt{2} x$
$\therefore AC$ पर बल का परिमाण
$=\text { i. } \sqrt{2} \times B \sin 45^{\circ}$
$= i \sqrt{2} \times B \times \frac{1}{\sqrt{2}}$
$= i \times B =|\overrightarrow{ F }| $
$AC$ पर लगने वाला बल पेपर के तल के लम्बवत एवं इसके बाहर की ओर जाते हुए है। अतः $AC$ पर बल $=-\overrightarrow{ F }$
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
एक वर्गाकार पाश (लूप) को, जिससे विद्युतधारा प्रवाहित हो रही है, किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में लटकाया गया है। चुम्बकीय क्षेत्र पाश (लूप) के समतल में कार्य करता है। यदि पाश की किसी एक भुजा पर $\vec{F}$ बल लगता है तो, शेष तीन भुजाओं पर नेट बल है
किसी क्षेत्र में, एकसमान विद्युत और एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र एक ही दिशा के अनुदिश कार्य कर रहे हैं। यदि इस क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन इस प्रकार प्रक्षेपित किया जाये कि उसके वेग की दिशा, क्षेत्रों की दिशा में हो तो इलेक्ट्रॉन:
एक $10 eV$ ऊर्जा का एक इलैक्ट्रॉन चुम्बकीय क्षेत्र $10^{-9}$ वेबर/मी. $(1 G )$ के लम्बवत् गति करता है तथा दोनों ध राओं से symmetrical हैं। तो इसके पथ की त्रिज्या होगी
एक सीधे तार में $1.2 A$ की धारा प्रवाहित होती है। इससे $0.5$ मीटर दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र तीव्रता $2 T$ है। चुम्बकीय क्षेत्र तार की लम्बाई के लम्बवत् है तो तार पर लगने वाला बल है
किसी $R$ त्रिज्या के पतले छल्ले (रिंग) पर $q$ आवेश समानरूप से विस्तारित (फैला) है। यह छल्ला अपनी अक्ष के परितः एकसमान आवृत्ति $fHz$ से घूर्णन करता है। तो इसके केन्द्र पर चुम्बकीय-प्ररेण का मान होगा: