(a) स्पाइरोगाइरा में लैंगिक प्रजनन संयुग्मन द्वारा होता है जिसमें दो युग्मकधानी के बीज संयुग्मन होता है। युग्मक आपस में समान होते हैं लेकिन एक युग्मक सक्रिय होता है और अमीबीय गति द्वारा दूसरे युग्मकधानी में पहुँचकर मादा युग्मक से संचलित हो जाता है। इस प्रकार के युग्मक के विभेदन को फिसियोलोजिकल एनआइसोगेमी कहते हैं।