सत्ता की साझेदारी-सत्ता की साझेदारी अलग-अलग समूहों में सत्ता के बँटवारे की प्रक्रिया है ताकि व्यवस्था सुचारु रूप से चल सके।
सत्ता की साझेदारी की आवश्यकता-
सत्ता की साझेदारी से विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव का अंदेशा कम हो जाता है। इसलिए राजनैतिक हिंसा और राजनैतिक अस्थिरता से बचने तथा राजनैतिक व्यवस्था के स्थायित्व हेतु सत्ता की साझेदारी आवश्यक है।
आधुनिक लोकतन्त्र में शक्ति जनता के हाथों में निहित होती है जो इसका प्रयोग निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा करती है। इस प्रकार सभी समूह सत्ता में भागीदारी के माध्यम से शासन व्यवस्था से जुड़े रहते हैं जिससे कार्यकुशलता बनी रहती है।