मजदूरों ने विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार का समर्थन किया। 1930 में रेलवे कामगारों की तथा 1932 में गोदी कामगारों की हड़ताल हुई। 1930 में छोटा नागपुर की टिन खानों के हजारों मजदूरों ने गाँधी टोपी पहनकर रैलियों और बहिष्कार अभियानों में भाग लिया। शोलापुर के मजदूरों ने पुलिस चौकियों पर हमले किए।