वृक्क हमारे उत्सर्जन तंत्र का मुख्य अंग होते हैं। प्रत्येक वृक्क में कार्यात्मक तथा संरचनात्मक निस्यंदन इकाई जो निस्यंदन, पुनरावशोषण तथा स्त्रावण का कार्य करती है, नेफ्रॉन कहलाती है। मूत्रवाहिनी पतली माँसल वाहिनी होती है जो वृक्क तथा मूत्राशय को जोड़ती है तथा मूत्र को मूत्राशय में पहुँचाती है। मूत्रमार्ग मूत्र को शरीर से बाहर त्याग देता है।