किसी बिन्दु आवेश को केन्द्र मानकर खींचे गए 15 cm त्रिज के गोलीय गाउसीय पृष्ठ पर विधुत फ्लक्स का मान $\phi$ हे यदि इस पृष्ठ की त्रिज्या तिगुनी कर दें तो पृष्ठ से गुजरने वाल विद्युत फ्लक्स का मान होगा-
समान त्रिज्याओं के दो गोलाकार चालकों B एवं C पर आवेश की मात्रा समान है तथा उन्हें एक- दूसरे से कुछ दूर रखने पर उनके बीच लगने वाला प्रतिकर्षण बल F है। उतनी ही त्रिज्या वाले एक अन्य अनावेशित चालक का संपर्क पहले B से कराते हैं और फिर C से संपर्क कराकर उसे हटा दिया जाता है। B तथा C के बीच लगने वाला बल अब कितना होगा
वायु में रखे दो आवेष एक दूसरे को $10^{-4}$N से प्रतिकर्षित करते हैं। दोनों आवेषों के मध्य तेल भर दिया जाये तो बल $2.5 \times 10^{-5} N$ हो जाता है तो तेल का परावैद्युतांक होगा
दो समान गोले जिन पर $+q$ और $-q$ आवेश हैं कुछ दूरी पर रखे हैं। उनके बीच $F$ बल कार्य करता है। अगर दोनों गोलों के बीचोंबीच एकसमान $+q$ आवेश का गोला रखा जाए तो उस पर कार्य करने वाले बल का मान व दिशा होगी
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*