दो पिण्ड $m _1=5$ ग्राम, $m _2=10$ ग्राम के हैं। ये एक घर्षणरहित पुली के ऊपर से धागे से गुजरते हैं। यदि इन्हें छोड़ दिया जाए तो त्वरण का मान (यहां $g$ गुरुत्वीय त्वरण है।)है:
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(a) $10 g - T =10 a \Rightarrow T -5 g =5 a$ $5 g =15 a \Rightarrow a = g / 3$ मी/सेकंड 2
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एक 1 किग्रा का पिण्ड एक ट्रक पर रखा है जिसका त्वरण 5 मीटर/सेकंड 2 है। ट्रक तथा पिण्ड के बीच स्थिर घर्षण गुणांक $0.6$ है। पिण्ड पर लगने वाले घर्षण बल का मान होगा-
एक लिफ्ट जोकि 5 मीटर $/$ सेकंडं $^2$ त्वरण से ऊपर जा रही है, में एक तराजू पर 80 किलो वजन का एक आदमी खड़ा है। तराजू कितना वजन दिखाएगा? $\left( g =10\right.$ मीटर/ $/$ सेकंड $\left.^2\right)$
$m$ द्रव्यमान का एक बैलून (गुब्बारा) $a$ त्वरण से नीचे उतर रहा है (जहाँ $a < g$ )। इसमें से कितने द्रव्यमान का पदार्थ हटा दिया जाय कि यह $a$ त्वरण से ऊपर की ओर जाने लगे ?
किसी तख्ते के एक सिरे पर एक बक्सा रखा है। तख्ते के उस सिरे को धीरे - धीरे ऊपर की ओर उठाया जाता है। तख्ते के क्षैतिज से $30^{\circ}$ कोण बनाने पर बक्सा नीचे की ओर फिसलना प्रारम्भ करता है और $4.0 s$ में $4.0 m$ दूरी तय कर लेता है? तो बक्से तथा तख्ते के बीच स्थैतिक तथा गतिक घर्पण गुणांको का क्रमश: मान होगा:
यहां दर्शाये गये निकाय में तीन पिण्ड $m _1, m _2$ तथा $m _3$ एक रस्सी से जुड़े हैं जो एक घिरनी $P$ के ऊपर होकर गुजरती है। $m _1$ मुक्त रूप से लटका है और $m _2$ तथा $m _3$ एक रूक्ष क्षैतिज मेज पर है, जिसका घर्षण गुणांक $\mu$ है। घिरनी घर्षणरहित है और इसका द्रव्यमान नगण्य है। यदि $m _1= m _2= m _3= m$ है, तो $m _1$ का अधोमुखी ( नीचे की ओर) त्वरण होगा
दो पत्थरों के द्रव्यमान $m$ तथा $2 m$ है, भारी पत्थर को $\frac{ r }{2}$ त्रिज्या के तथा हल्के पत्थर को $r$ त्रिज्या के वृताकार क्षैतिज पथों में घुमाया जाता है। जब ये पत्थर एक समान अभिकेन्द्रीय बल अनुभव करते है, तब हल्के पत्थर का रेखीय वेग भारी पत्थर के रेखीय वेग का $n$ गुना है $n$ का मान है:
एक पत्थर को $h$ ऊँचाई से गिराया जाता है। यह एक निश्चित संवेग $P$ से भू-तल से टकराता है, यदि इसी पत्थर को, इस ऊँचाई से $100 \%$ अधिक ऊँचाई से गिराया जाये तो भू-तल से टकराते समय इसके संवेग में परिवर्तन होगा :