चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद चुनाव में गड़बड़ियों की सूचना मिलती है। अगर ये गड़बड़ियाँ चुनाव में पाई जाती हैं तो उस चुनाव को लोकतांत्रिक नहीं कहेंगे।
कुछ गड़बड़ियाँ इस प्रकार हैं-
- मतदाता सूची में फर्जी नाम डालने और वास्तविक नामों को गायब करने का मामला ।
- मतदाताओं को डराना और फर्जी मतदान करना ।
- सत्ताधारी दल द्वारा सरकारी सुविधाओं, धन, बल और अधिकारियों के दुरुपयोग।
- मतदान पूर्व मतदाताओं के बीच जाति व धर्म के नाम पर अफवाहें फैलाना या उनके बीच धन वितरित करना ।
चुनाव लोकतांत्रिक तभी होगा जब उपर्युक्त गड़बड़ियाँ न हों। इसके लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना जरूरी है –
- प्रत्येक मतदाता का मत बराबर हो ।
- प्रत्येक वयस्क नागरिक को वोट देने का अधिकार हो।
- चुनाव निश्चित अंतराल पर हो ।
- चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो ।
अतः स्पष्ट है कि किसी चुनाव को लोकतांत्रिक तभी कहा जाएगा जब वे उपर्युक्त शर्तों का पालन करें।