हमारे संविधान निर्माताओं ने कमजोर वर्गों के लिए आरक्षित क्षेत्र की विशेष व्यवस्था करने की बात सोची । हमारे संविधान निर्माता इस बात से चिंतित थे कि इस खुले मुकाबले में सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से कमजोर समूहों के लिए लोकसभा एवं विधान सभाओं में शायद नहीं पहुंच पायें । ऐसा इसलिए कि उनके पास चुनाव लड़ने और जीतने लायक जरूरी संसाधन, शिक्षा एवं संपर्क नहीं हो। यह भी संभव है कि संसाधन सम्पन्न एवं प्रतिभाशाली लोग उनको चुनाव जीतने से रोक भी सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो संसद एवं विधानसभाओं में एक बड़ी आबादी की आवाज पहुँच नहीं पायेगी । इससे हमारे लोकतांत्रिक व्यवस्था का स्वरूप कमजोर होगा और यह व्यवस्था कम लोकतांत्रिक होगी। इसलिए संविधान निर्माताओं ने ऐसा किया।