चुनाव अभियान निर्वाचन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। चुनाव की तिथि की घोषणा हो जाने के साथ ही चुनाव अभियान आरम्भ हो जाता है । अपने देश में चुनाव प्रसार के लिए आम तौर पर दो सप्ताह का समय दिया जाता है। यह समय चुनाव अधिकारी तथा उम्मीदवारों के अंतिम सूची और मतदान के तिथि के बीच का होता है। इस अंतराल में उम्मीदवार लोगों से व्यक्तिगत सम्पर्क करते हैं, छोटी-छोटी सभाएँ करते हैं, अखबारों एवं टी.वी. चैनलों द्वारा विभिन्न राजनीतिक दल चुनाव प्रचार करते हैं । चुनाव अभियान में राजनीतिक दल किसी-न-किसी मोहक नारे द्वारा लोगों को आकर्षित करते हैं। जैसे 1971 ई. में काँग्रेस पार्टी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था । 1977 ई. में जनता पार्टी ने देश भर में लोकतंत्र बचाओ’ का नारा दिया था। इस तरह उम्मीदवारों का चुनाव अभियान चलता है।