गहन जीविका कृषि की प्रमुख विशेषताएँ-भारत में की जाने वाली गहन जीविका कृषि की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
यह कृषि उन क्षेत्रों में की जाती है जहाँ भूमि पर जनसंख्या का दबाव अधिक होता है।
इसमें अधिक उत्पादन के लिए अधिक मात्रा में जैव-रासायनिक निवेशों और सिंचाई का प्रयोग किया जाता है।
भूस्वामित्व में विरासत के अधिकार के कारण पीढ़ी-दर-पीढ़ी जोतों का आकार छोटा और अलाभप्रद होता जा रहा है।
इस प्रकार की कृषि के अन्तर्गत किसान के पास वैकल्पिक रोजगार न होने के कारण सीमित भूमि से अधिकतम पैदावार लेने की कोशिश की जाती है। अतः कृषि भूमि पर दबाव बहुत अधिक है।
वाणिज्यिक कृषि की प्रमुख विशेषताएँ-भारत में की जाने वाली वाणिज्यिक कृषि की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
वाणिज्यिक कृषि के अन्तर्गत अधिक पैदावार देने वाले बीजों, रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के प्रयोग से अधिक पैदावार प्राप्त की जाती है।
इसके अन्तर्गत वाणिज्यीकरण का स्तर विभिन्न प्रदेशों में अलग-अलग है।
रोपण कृषि भी एक प्रकार की वाणिज्यिक कृषि है। इस प्रकार की कृषि में लम्बे-चौड़े क्षेत्र में एकल फसल बोई जाती है। इसके लिए अत्यधिक पूँजी तथा श्रमिकों की आवश्यकता होती है।
वाणिज्यिक कृषि में उत्पादन बिक्री के लिए होता है इसलिए इसके विकास में परिवहन और संचार के साधनों से सम्बन्धित उद्योग और बाजार महत्त्वपूर्ण योगदान देते हैं।