चाय-चाय रोपण कृषि से प्राप्त एक पेय पदार्थ है। भारत का चाय के उत्पादन में विश्व में पहला स्थान है।
तापमान तथा वर्षा-चाय की पैदावार के लिए उष्ण तथा उपोष्ण कटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी कृषि के लिए आई और लम्बी अवधि वाली ग्रीष्म ऋतु चाहिए। चाय की झाड़ियों को उगाने के लिए वर्ष भर कोष्ण, नम और पालारहित जलवायु की आवश्यकता होती है। 200 से 250 सेमी. वर्षा इसके लिए आवश्यक होती है। वर्षा का फुहार के रूप में होना और वर्षभर होना अधिक लाभदायक होता है। इसके लिए ह्यूमस और जीवांशयुक्त गहरी मिट्टी तथा सुगम जल निकास वाले ढलवाँ क्षेत्र उपयुक्त हैं।
अन्य दशाएँ-चाय में श्रम की अत्यधिक आवश्यकता होती है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में सस्ता और कुशल श्रम आवश्यक होता है। इसकी ताजगी बनाये रखने के लिए चाय की पत्तियाँ बागान में ही संसाधित की जाती है।
प्रमुख राज्य-भारत में असम, पश्चिमी बंगाल (दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों की पहाड़ियाँ), तमिलनाडु, केरल, मेघालय और त्रिपुरा आदि प्रमुख चाय उत्पादक राज्य हैं।